महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह व्रत मनाया जाता है।
इस दिन शिवलिंग में बेलपत्र, धतूरा, आक का फूल, फूल, माला चढ़ाने से देवों के देव महादेव खुश होते हैं। इस दिन सालों से भस्म लगाने की परंपरा है।
भम्स को शिव जी का प्रमुख वस्त्र माना जाता है। आमतौर पर योगी शमशान भूमि से उठाई गई राख को भस्म के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
आजकल मार्केट में भी भस्म पाउडर मिलता है जो किसी काम का नहीं होता। ऐसे में यदि आप भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं तो घर पर भस्म बना सकते हैं।
शिव पुराण के मुताबिक, भस्म शिव जी का प्रमुख वस्त्र है क्योंकि भस्म ही सृष्टि का सार है। एक व्यक्ति क्या पूरे संसार में ही परिवर्तित होना है।
शिवजी को भस्म लगाने से अनेकों रोग और दुखों का नाश हो जाता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह काफी ज्यादा पावन माना गया है।
भस्म बनाने के लिए गाय का गोबर का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप गाय के गोबर से नहीं बना पा रहे हैं तो चावल की भूसी से भी तैयार कर सकते हैं।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।