वास्तु में उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है। घर की यह दिशा बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
इस स्थान को बहुत पवित्र माना जाता है। इस दिशा में निर्माण का सीधा संबंध घर की सुख-संपत्ति और धन से है।
ईशान कोण में ईश्वर का निवास स्थान होता है। इसलिए इस दिशा में मंदिर या पूजा का स्थान होना चाहिए।
इस दिशा में अशुद्ध चीजों का वास नहीं होना चाहिए। इससे नकारात्मक परिणाम मिलेंगे और घर में बीमारी रहेगी।
यदि आपके घर में लोग अक्सर बीमार रहते हों, तो घर का ईशान कोण को ठीक करें और वास्तु उपाय करें।
यदि ईशान कोण में शौचालय हो तो उसको हटा देना चाहिए। क्योंकि यह बीमारी का बहुत बड़ा कारण होता है।
ईशान कोण में रसोई होना भी बीमारी का कारण बनता है। यदि बदलना संभव ना हो तो गैस के नीचे हरे रंग का टाइल रख दें।