डोपामिन लेवल आपके मूड को कंट्रोल करता है। कई बार लोगों का रोजमर्रा के काम करने का भी मन नहीं करता है। आइए जानते हैं डोपामिन लेवल बढ़ाने का तरीका।
कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति का रोज-रोज ऑफिस जाने का मन नहीं होता है या ट्रिप का बना बनाया प्लान भी कैंसिल कर देते। इसका कारण डोपामिन लेवल का कम होना होता है।
डोपामिन लेवल के कम होने पर मूड डाउन हो जाता है। डोपामाइन को हैप्पी हार्मोन कहते है। इसकी मदद से शरीर के अन्य अंगों को संदेश आदान-प्रदान होता है।
डोपामिन आमतौर पर, याददाश्त, कुछ सीखने, मोटिवेशन से जुड़ी भावनाओं के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसे में जब डोपामिन लेवल बढ़ता है तो भावनाओं पर सकारात्मक असर पड़ता है।
डोपामिन को हैप्पी हार्मोन भी कहते है। शरीर में डोपामाइन का लेवल बढ़ने पर व्यक्ति खुश और प्रोत्साहित महसूस करता है। इसका लेवल हाई होने पर आप काफी अच्छा फील करते है।
डोपामाइन लेवल लो होने पर व्यक्ति दुखी और हतोतसाहित महसूस करता है। इस कारण से आपको ब्रेन फॉग आदि की परेशानी भी होती है।
कसरत करने पर आपका दिमाग आपको रिवॉर्ड देने का डोपामाइन रिलीज करता है। इससे आप अच्छा फील करते है। वहीं अपने पालतू कुत्ते, बिल्ली, खरगोश के साथ समय बिताने से भी डोपामाइन लेवल बढ़ाने में मदद मिलती है।
धूप में थोड़ी देर समय बिताने से बॉडी को विटामिन D मिलता है, इससे आपका डोपामाइन लेवल भी बढ़ सकता है। वहीं प्रोटीन से भरपूर फूड भी डोपामाइन लेवल बढ़ता है। पार्क में वॉक करने और नेचर में समय बिताने से भी डोपामाइन का लेवल बढ़ जाता हैं।