इंदौर ने इस बार ऐसी रंगपंचमी खेली कि सबकुछ भव्य और दिव्य हो गया। राजवाड़ा के सामने से चार गेर और एक फाग यात्रा निकली, जिसमें लाखों आनंदित जन उमड़े। तोपों से मानो आसमान की
सनातन धर्म के शौर्य और वीरता के प्रतीक भगवा ध्वज की लहराती कतार ने राष्ट्रप्रेमियों के मन को उमंग से भर दिया। रंग का ऐसा विराट महोत्सव इसके पहले न स्वयं इंदौर ने देखा था और न देश-
रंग-आनंद शाम तक बरसता रहा। गेर निकलने के महज दो घंटे बाद ही इंदौर ने अपनी आदत के अनुसार पूरे गेर मार्ग को साफ कर पहले जैसा चकाचक कर दिया।
इंदौर में राधा-कृष्ण फाग यात्रा में तिरुपति बालाजी के दर्शन हुए, इसमें खुशबूदार प्राकृतिक रंग बरसाए गए।
रंगपंचमी में निकलने वाली सभी गेर में जमकर प्राकृतिक रंग और गुलाल उड़ाया गया। राजवाड़ा और आसपास का क्षेत्र रंगों से सराबोर हो गया।
गेर में युवा, बच्चों और बुजुर्गों पर भी मस्ती का रंग चढ़ा नजर आया। सभी रंगों में तरबतर होकर राजवाड़ा से निकलने वाली हर गेर का आनंद लेते नजर आए।