इंदौर में रामनवमी पर हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 36 तक पहुंच गई।
शहर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनी बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से कई लोग बावड़ी में गिर गए थे।
गुरुवार को 18 लोगों को रेस्क्यू अभियान के तहत बचाया गया था।
हादसे के 24 घंटे बाद गुम एकमात्र व्यक्ति सुनील सोलंकी का शव शुक्रवार को करीब 12 बजे बावड़ी में मिला।
देर रात तक हितांश का शव निकाल लिया गया था। एंबुलेंस से जब उसे अस्पताल भेजा तो उसके पिता उससे लिपट गए।
कुएं के अंदर इतना गंदा पानी और कीचड़ था। कुछ लोगों की मौत इस कीचड़ में धंस जाने से हुई।
अधिकारियों के अनुसार, जहां यह घटना हुई वह बावड़ी 60 फीट से अधिक गहरी है।
रेस्क्यू आपरेशन में कई टीमें लगी थी। इसमें नगर निगम व सेना भी शामिल थी।
रात में सेना को आपरेशन सौंपने के बाद बावड़ी से लगातार शवों का निकलना शुरू हुआ।