बिजली महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। इसे भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में भी गिना जाता है।
बिजली महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से 24 किलोमीटर दूर है। 2460 मीटर की ऊंचाई पर ये मंदिर स्थित है।
कहा जाता है कि इस मंदिर में हर 12 साल में एक बार बिजली गिरती है। ये बिजली सीधे शिवलिंग पर गिरती है।
भक्तों का मानना है कि भगवान शिव स्वयं प्रहार करते हैं। बिजली से शिवलिंग टूटती तो है लेकिन खुद जुड़ भी जाती है।
कहा जाता है कि, मंदिर के पुजारी हर टुकड़े को इकट्ठा करते हैं और नमक, सत्तू और मक्खन के साथ वापस रख देते हैं। इसके बाद शिवलिंग पहले जैसी हो जाती है।
2460 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में जाने के लिए आपको ट्रैक करना पड़ेगा। अगर आप ट्रैकिंग के शौकीन हैं तो यहां जरूर जाए।
बिजली महादेव मंदिर से बेहद खूबसूरत नजारा दिखता है। अगर आपको कुदरती खूबसूरती पसंद है तो इस मंदिर के जरूर दर्शन करें।
इस मंदिर से बहुत लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण कुलंत नामक राक्षस को मारने के बाद हुआ था।