शयनकक्ष में अपने सिरहाने पर कभी भी पानी से भरा जग अथवा ग्लास नहीं रखना चाहिये।
शयनकक्ष के दरवाजे के सामने कभी भी पलंग नहीं लगाना चाहिये।
जानकारों का कहना है कि सोते समय अपने शरीर का कोई अंग आईने में नजर नहीं आना चाहिये।
शयनकक्ष के दरवाजे खुलते और बंद होते समय किसी तरह की आवाज नहीं होनी चाहिये।
अपने शयनकक्ष में राधा-कृष्ण के चित्र को छोड़कर किसी देवी-देवता का चित्र नहीं लगाना चाहिये।
जानकारों का कहना है कि शयनकक्ष में बिस्तर के सामने कांच नहीं होना चाहिये।