सनातन धर्म में शंख बजाने का महत्व काफी ज्यादा होता है। हिंदू देवी और देवताओं के शंख को देखकर उसकी पवित्रता और महत्व का अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है।
शंख भगवान विष्णु को जितना प्रिय है उतना ही धन की देवी मां लक्ष्मी को भी प्रिय है। समुद्र मंथन से स्वयं माता लक्ष्मी का भी प्रार्दुभाव हुआ था।
हिंदू धर्म में सत्यनारायण की पूजा करते समय शंख जरूर बजाया जाता है। आइए इससे जुड़े हुए कुछ लाभ के बारे में हम जानते हैं।
शंख को दरिद्रता दूर और दुख का कारक माना गया है। जिस घर में दक्षिणावर्ती शंख होता है, उस घर में स्थायी रूप से मां लक्ष्मी का निवास होता है।
मां लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए इस शंख को अपने घर में विधि और विधान से स्थापित करें और रोजाना इसकी पूजा भी करें।
मां लक्ष्मी की विशेष कृपा पाने के लिए इस शंख को अपने घर में विधि और विधान से स्थापित करें और रोजाना इसकी पूजा भी करें।
जिस घर या परिसर में रोजाना शंख बजता है, वहां पर किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है। इससे निकलने वाली ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करती है।
यदि आपके व्यवसाय में लगातार बाधा आ रही है तो दक्षिणावर्ती शंख को अपने व्यावसायिक स्थल पर भगवान विष्णु की फोटो के नीचे रखें।
दांपत्य जीवन में मधुरता के दिन शंख में चावल भरकर रखा जाता है। इसके लिए आप शीशे के बने कटोरे में लघु मोती शंख भरकर अपने बेड के पास रखें।