कीटो डाइट के कई फायदे होते हैं, लेकिन क्या आप उससे होने वाले इन नुकसानों के बारे में जानते हैं।
कीटोजेनिक डाइट का प्रयोग अपने दिनचर्या में लोग अक्सर वजन घटाने के लिए करते हैं। कीटो डाइट को फॉलो करने वाले लोग इससे होने वाले नुकसान के बारे में नहीं जानते हैं।
ज्यादातर डाइटिशियन और एक्सपर्ट कीटो डाइट में 5-10 फीसदी कार्ब्स, 65-75 फीसदी फैट, 15-30 फीसदी प्रोटीन लेने की एडवाइस देते हैं।
यह डाइट एक आम भारतीय डाइट से पूरी तरह अलग होती हैं, भारतीयों के लिए इस डाइट को अपनाना मुश्किल होता हैं। इस डाइट में फैट की मात्रा ज्यादा होती हैं, कार्ब्स की कम और प्रोटीन की सामान्य मात्रा होती हैं।
इस डाइट के चलते शरीर में इंसुलिन का लेवल भी बिगड़ सकता है, जिससे आपको डायबिटीज भी हो सकती हैं। डायबिटीज के पेशेंट इस डाइट की शुरुआत बिन डॉक्टर के परामर्श के न करें।
कीटो डाइट के सेवन से आपको चिड़चिड़ापन, उल्टी, चक्कर जैसी चीजें हो सकती हैं। जिसकी वजह इसमें ज्यादा फैट का होना हैं।
इस डाइट के चलते आपको हाई बीपी की समस्या भी हो सकती हैं। कीटो डाइट के सख्त पालन से इंसान हाइपरटेंशन की बीमारी का भी शिकार हो सकता हैं।
महिलाओं पर डाइट का गलत असर भी पड़ सकता हैं। महिलाओं को सख्त कीटो डाइट के पालन से मोटापा, इंफर्टिलिटी और पीरियड से न आने की समस्या हो सकती हैं।