वैदिक ज्योतिष गणना में ग्रहों का राशि परिवर्तन करना बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो उसका असर 12 राशियों पर पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक एक निश्चित समय अंतराल के बाद ग्रह और नक्षत्र अपना चाल बदलते हैं। 30 अक्टूबर को केतू कन्या राशि में गोचर करेंगे।
रहस्यमयी ग्रह केतु कन्या राशि में पहुंचेंगे और डेढ़ साल यानी 2025 तक उसी में विराजमान रहेंगे। केतू अभी तुला राशि में है।
इसका प्रभाव 12 राशि के जातकों पर पड़ेगा। यह गोचर काफी प्रभावशाली होने वाला है। इसका दुष्प्रभाव भी देखने को मिलेगा।
चंद्र ग्रहण के बाद रहस्यमयी ग्रह केतु कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसका सीधा प्रभाव मिथुन राशि के जातक पर पड़ेगा।
चंद्र ग्रहण के बाद रहस्यमयी ग्रह केतु कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसका सीधा प्रभाव मिथुन राशि के जातक पर पड़ेगा।
मिथुन राशि के जातक के लिए व्यवसाय संबंधित हानि भी हो सकती है। मन अशांत रहेगा, क्रोध बढ़ेगा और बुद्धि भ्रमित होगी।
यदि आप मिथुन राशि के हैं और आप पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं तो केतु के राशि परिवर्तन करने से कई तरह की दिक्कत का सामना हो सकता है।
पार्टनर के बीच दूरी बढ़ सकती है। इसके साथ ही कार्यक्षेत्र में एक्टिव रहना होगा। करियर में उथल-पुथल रहेगा।