रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इसका संबंध भगवान शिव से है।
इसका संबंध भगवान शिव से है। हिंदू धर्म के मानने वाले इसकी पूजा भी करते हैं।
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
भगवान शिव ने कई वर्षों तक कठोर तपस्या की। इसी वक्त किसी कारणवश जब उन्होंने आंख खोली, तो उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े और इन्हीं आंसुओं से रुद्राक्ष के वृक्ष की उत्पत्ति हुई।
रुद्राक्ष को कलाई, कंठ और ह्रदय पर धारण किया जाना चाहिए। इसे कंठ पर धारण करना सर्वोत्तम माना गया है।
रुद्राक्ष का एक दाना धारण करते वक्त ध्यान रहे वह ह्रदय तक तथा लाल धागे में होना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने वाले को सात्विक रहने के साथ-साथ आचरण को शुद्ध रखना चाहिए।
यह साक्षात् शिव का स्वरुप माना जाता है। सिंह राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ होता है। जिनकी कुंडली में सूर्य से सम्बंधित समस्या है, उन्हें इसे धारण करना चाहिए।
यह अर्धनारीश्वर स्वरुप माना जाता है। कर्क राशि वालों के लिए यह रुद्राक्ष उत्तम परिणाम देता है। इसे धारण करने से आत्मविश्वास और मन की शांति प्राप्त होती है।