आम तौर पर सभी भारतीय किचन में तेजपत्ता का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी खास सुगंध से खाने का स्वाद बढ़ जाता है।
लेकिन आयुर्वेद में तेजपत्ता को औषधि माना जाता है। खास तौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह किसी रामबाण से कम नहीं है।
तेज पत्ता में पॉलीफेनॉल पाया जाता है, जो ग्लूकोज के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
तेज पत्ते का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन की खपत और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है।
तेज पत्ता ब्लड शुगर के रोगियों में इंसुलिन की घटती-बढ़ती मात्रा को भी रेग्युलेट करने का काम करता है।
तेज पत्ता में विटमिन-A और विटमिन-C पाया जाता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है।
शुगर के मरीजों को डॉक्टर्स तेजपत्ता की चाय पीने की सलाह देते हैं। इसका सूप भी पिया जा सकता है।
साथ ही चावल, पुलाव, दाल या सब्जी आदि में पूरा पत्ता या इसके छोटे टुकड़े का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस के साथ थोड़ी हल्दी और तेज पत्ता पीसकर खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा।