नवरात्रि में मां दुर्गा की विशेष कृपा पाने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है।
मान्यता है कि दुर्गा सप्तशती के कुछ विशेष मंत्रों का पाठ करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते॥
रक्तबीजवधे देवी चण्डमुण्ड विनाशनी। रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
स्तुवद्भ्यो भक्तिपूर्वं त्वां चण्डिके व्याधिनाशिनि। रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणी दुर्ग संसार सागरस्य कुलोभ्दवाम्॥
वन्दितांग्घ्रियुगे देवी देव सौभाग्यदायिनी। रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि॥