शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त दिशा का रखें ध्यान, तभी मिलेगा पूर्ण फल


By Shailendra Kumar2023-04-21, 13:59 ISTnaidunia.com

शिव का जलाभिषेक

माना जाता है कि भगवान शिव को जल चढ़ाने से वह जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की हर कामना पूर्ण करते हैं।

प्रसन्न होंगे भोलेनाथ

लेकिन भगवान को जल चढ़ाते समय दिशा का जरूर ध्यान रखना चाहिए। वरना पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलेगा।

किस दिशा में रखें मुख?

शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को जल अर्पित करते समय कभी भी उत्तर, पूर्व और पश्चिम दिशा में मुख नहीं करना चाहिए।

जल चढ़ाने के नियम

बताया गया है कि इन दिशाओं में शिव जी की पीठ, कंधा आदि होते हैं। इसलिए जल चढ़ाने के शुभ फल प्राप्त नहीं होते।

दिशा का रखें ध्यान

शास्त्रों के मुताबिक हमेशा दक्षिण दिशा में खड़े होकर ही शिवलिंग में जल चढ़ाना चाहिए।

उत्तर दिशा में गिरे जल

दक्षिण दिशा में खड़े होकर इस प्रकार जल चढ़ाएं कि जल उत्तर दिशा की ओर शिवलिंग पर गिरे। इससे भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते हैं।

जल का धारा

भगवान शिव को जल तेजी से नहीं बल्कि धीरे-धीरे एक धारा में जल चढ़ाना चाहिए। इससे शिव जी अति प्रसन्न होते हैं।

परिक्रमा के नियम

शिवलिंग में जल चढ़ाने के बाद पूरी परिक्रमा नहीं करना चाहिए, क्योंकि अर्पित जल को कभी भी लांघना नहीं चाहिए।

कैसे चुनें जल पात्र

शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए स्टील के बजाए तांबे या पीतल से बने लोटे का प्रयोग करना चाहिए।

दूध से अभिषेक में रखें ध्यान

लेकिन अगर आप दूध से शिवलिंग का अभिषेक करनेवाले हैं, तो तांबे के लोटे का उपयोग ना करें।

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