आम तौर पर लोग भरपेट खाना खाने के बाद उसे पचाने के लिए एक गिलास छाछ या मट्ठा पीना पसंद करते हैं।
गर्मियों में छाछ बहुत फायदेमंद होता है। इससे पाचनक्रिया बेहतर तरीके से काम करती है और एनर्जी बनी रहती है।
छाछ का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें अलग-अलग तरह के मसाले और काला या साधारण नमक मिलाया जाता है।
लेकिन छाछ में नमक नहीं मिलाना चाहिए। ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। दही के ये गुण छाछ और लस्सी में भी पाए जाते हैं।
लेकिन, छाछ में नमक मिलाने से इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स की सक्रियता और उनका प्रभाव भी कम होता है।
साथ ही छाछ में साधारण नमक या काला नमक मिलाने से छाछ में मौजूद बैक्टेरिया धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
नमक वाला छाछ पीने से शरीर में नमक की मात्रा बढ़ जाती है और डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
आयुर्वेद के अनुसार भी दही में नमक मिलाकर खाने से शरीर में कफ और पित्त बहुत अधिक बढ़ सकता है।