विटामिन-डी एक फैट सोल्यूबल विटामिन होता है, जो शरीर के काम के लिए बेहद ज़रूरी होता है। विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम को बनाए रखता है और हड्डियों को मज़बूत करने में मदद करता है।
हमारा शरीर विटामिन-डी बनाता है जब त्वचा सूरज की किरणों के सपंर्क में आती है। इसके अलावा विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेकर भी शरीर में इसकी कमी को दूर किया जा सकता है।
अक्सर बीमार महसूस करना विटामिन-डी का एक आम संकेत है, क्योंकि विटामिन-डी इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, इसकी कमी होने पर शरीर कई वायरस से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
लगातर कमज़ोरी और थकावट महसूस करना भी, विटामिन-डी की कमी का लक्षण हो सकता है। अगर आप हर वक्त थका हुआ महसूस करते हैं, तो इसके पीछे विटामिन-डी की कमी हो सकती है।
अवसाद भी विटामिन-डी की कमी का बड़ा संकेत है। लगातार कमज़ोरी और थकावट आपके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। अवसाद इन लोगों को आसानी से घेर लेता है।
बालों का ज़्यादा झड़ना और बालों की ग्रोथ खराब होना भी विटामिन-डी की वजह से हो सकती है। हम में से ज़्यादातर लोग नहीं जानते, लेकिन विटामिन-डी की कमी बालों को भी प्रभावित करती है।
जिन लोगों के शरीर में विटामिन-डी की पर्याप्त मात्रा नहीं होती, उनकी त्वचा पर रैशेज़ और एक्ने आम बात है। ऐसे लोगों में त्वचा समय से पहले बूढ़ी भी दिखने लगती है।
शरीर में विटामिन-डी कम होने से हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं, ऑस्टियोपोरोसिस, हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों का फड़कना, मांसपेशियों का कमज़ोर होना और जोड़ों में अकड़न महसूस होती है।