एसिडिटी की समस्या से परेशान रहने वाले लोगों के लिए हरे मटर का सेवन हानिकारक हो सकता है। ये जल्दी पचता नहीं है। इस वजह से सीने में जलन व खट्टी डकार आती रहती है।
किडनी की किसी समस्या से परेशान लोगों को भी हरे मटर नहीं खाना चाहिए। इसमें प्रोटीन होता है, जिसकी वजह से किडनी के फंक्शन में समस्या आ सकती है।
अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं, तो हरे मटर को अपनी डाइट से आउट कर दें, क्योंकि इसमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है, जिससे फैट बढ़ता है।
अगर आपका यूरिक एसिड हाई है तो हरे मटर का सेवन नहीं करना चाहिए। इसमें प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन डी और फाइबर होता है, जो यूरिक एसिड को ट्रिगर कर सकता है।
ज्यादा मटर खाने से पेट फूलने की समस्या हो सकती है। क्योंकि इसमें एंटी न्यूट्रेंट वाले तत्व फायटिक एसिड और लेक्टिंस पाए जाते हैं। जिन्हें पाचन की समस्या है वे मटर न खाएं।
हरे मटर में विटामिन डी भी होता है, जो हड्डियों के घनत्व के लिए जरूरी है। ज्यादा मटर खाने से कैल्शियम की मात्रा कम होने लगी है और गठिया रोग का खतरा रहता है।
मटर में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है, इसलिए इसके ज्यादा सेवन से पेट में सूजन भी हो सकती है। इससे पेट में गैस भी बनती है।