श्री कृष्ण की पूजा-पाठ का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। आज हम आपको बताएंगे कि कान्हा जी का जन्मदिन इस साल कब मनाया जाएगा और यह क्यों खास हैं?
हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। कई लोग कृष्ण जन्माष्टमी तिथि को लेकर कंफ्यूज है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इस साल 6 सितंबर को दोपहर में 3.37 मिनट पर शुरू होगी और 7 सितंबर को 4 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन भगवान कृष्ण ने द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण का अर्ध रात्रि में जन्म हुआ था। भगवान कृष्ण ने इस अवतार में कई राक्षसों का वध किया था।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजन का समय 6 सितंबर 2023 को 11 बजकर 57 मिनट से 7 सितंबर को 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। मध्य रात्रि में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा अवधि सिर्फ 42 मिनट की होगी।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजन का समय 6 सितंबर 2023 को 11 बजकर 57 मिनट से 7 सितंबर को 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। मध्य रात्रि में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूजा अवधि सिर्फ 42 मिनट की होगी।
कान्हा का जन्मदिन हर साल की तरह इस साल भी उनके भक्तजनों के लिए बेहद खास होने वाला है। गोकुल के कन्हैया फिर एक बार अपने भक्तों के प्यार- दुलार में रमने वाले हैं।
श्री कृष्ण को भक्त जिस रूप में भजते है वो उन्हें उसी रूप में प्राप्त होते है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल के बाल रूप को अपने बेटे की तरह लाट-प्यार और दुलार से उनकी पूजा करें।
6 सितंबर 2023 को व्रत रखने वाले भक्त अपने व्रत का पारण अगले दिन सुबह 7 सितंबर को 4 बजकर 14 मिनट पर कर सकते है।