रिलेशन खत्म होने पर उसमें शामिल दोनों ही व्यक्ति बेहद दुखी होते है। आइए जानते है किस प्रकार ब्रेकअप की वजह कुंडली दोष भी हो सकता है?
ज्योतिष शास्त्र में भी रिश्ता टूटने का कारण बताया गया है। रिलेशनशिप में ब्रेकअप की वजह ग्रह दिशा भी होती है, ग्रहों की दिशा भी आपके लव लाइफ को प्रभावित करती है।
शनि और मंगल के अशुभ प्रभावों से भी विवादों और कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। शनि ग्रह का संबंध कर्तव्य और प्रतिबंधों से जुड़ा हुआ होता है। शनि के प्रभाव से साझेदारी निभाने में परेशानी आती है।
मंगल ग्रह को साहस का प्रतीक माना जाता है। मंगल ग्रह के गुण रिलेशन में असहमति की वजह भी बन सकते है। मंगल के कमजोर होने पर भी ब्रेकअप हो सकता है।
ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह के अशुभ होने पर संचार और निर्णय लेने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इसके अशुभ प्रभाव से गलत संचार और रिश्ते में गलतफहमियां भी पैदा हो सकती है।
ज्योतिष के अनुसार, जातक के जीवन में भावनात्मक और संबंध पहलुओं को शुक्र और चंद्रमा द्वारा पता लगता हैं। इन ग्रहों की दिशा में बदलाव से भी रिश्तों में असंतोष पैदा होने लगता है।
किसी भी कपल की जन्म कुंडली और राशि के आधार पर ही ज्योतिष में उनके रिश्ते की अनुकूलता पता लगाई जा सकती है। कुछ राशियां जोड़े के रिश्ते में गंभीर समस्याएं आ सकती है।
रिलेशन के सफल होने के लिए एक दूसरे पर विश्वास और समान मूल्य महत्वपूर्ण है। विश्वास पर टिका रिश्ता हमेशा ही लंबा चलता है।
कुंडली में इन ग्रहों का दोष होने पर ही रिलेशन में परेशानियां आती है, अगर आपको ग्रह और राशि से जुड़ी यह स्टोरी पसंद आई है तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ