लिवर के अंदर जब कैंसर कोशिकाएं विकसित हो जाती हैं तो इसके बाद लिवर खराब होने लगता है और ये जानलेवा बन जाता है।
ऐसा होने के कारण लिवर सही तरीके से काम नहीं करता है और इसके बाद लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की शुरुआत हो जाती है।
लिवर कैंसर के दो प्रकार होते हैं- पहला लिवर कैंसर जिसको अंग्रेजी में प्राइमरी लिवर कैंसर और दूसरा सेकेंडरी लिवर कैंसर कहते हैं।
प्राइमरी लिवर कैंसर में कोलेंजियोकार्सिनोमा, हेपैटोसेलुलर, एंजियो सारकोमा, फाइब्रोलैमरर एचसीएल और हेप्टोब्लास्टोमा जैसे मौजूद होते हैं।
वहीं, सेकंडरी लिवर कैंसर में हिमेनजियोमा, बिनाइन लिवर ट्यूमर, हेपेटिक एडिनोमा, फोकल नोड्यूलर हाइपरप्लासिया जैसे होते हैं।
क्या आप जानते हैं लिवर कैंसर की बीमारी 4 स्टेज में होती है सबसे पहले स्टेज में बीमारी ये शुरू करती है और रंग दिखाने लगती है।
आपको बता दें लिवर कैंसर ब्लड अपने पहले स्टेज में कैंसर सेल्स ब्लड सेल्स में नहीं फैलते हैं उसे समय इसका खतरा ज्यादा नहीं रहता है।
लिवर कैंसर में बाकी का स्टेजेस धीरे-धीरे पांव पसारने लगता है और यह तीसरे स्टेज में आकर ज्यादा खतरनाक हो जाता है।