भगवान शिव की पूजा का तरीका और अनुष्ठान बहुत आसान होता है। इसलिए कहते हैं कि भगवान शिव आसानी से प्रसन्न होते हैं।
शिवलिंग को हमेशा तांबे के बर्तन में जल से स्नान कराना चाहिए। इसी तरह पीतल के बर्तन से दूध अर्पित किया जाता है।
शिव लिंग को गंगा जल से स्नान कराना चाहिए। यदि आसानी से उपलब्ध ना हो तो गंगा जल की कुछ बूंदें भी जल में डाली जा सकती हैं।
भगवान को स्नान कराने के बाद चंदन से त्रिपुण्ड बनाएं। फिर जनेऊ, मौली व वस्त्र पहनाना चाहिए।
वस्त्र पहनाने के बाद अब उन्हें इत्र और पुष्प माला अर्पित करें। इसके बाद भगवान पर बेल पत्र, भांग, धतूरे का फूल आदि चढ़ाएं।
भगवान को धूप-दीप दिखा कर सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद नारियल, पान व दक्षिणा चढ़ाएं।