छत्‍तीसगढ़ में है भगवान राम का ननिहाल, आप भी करें दर्शन


By 2023-03-30, 16:51 ISTnaidunia.com

कोशल में हुआ था माता कौशल्या का जन्‍म

प्राचीन काल के कोशल प्रदेश को वर्तमान में छत्तीसगढ़ के रूप में जाना जाता है। कौशल प्रदेश में माता कौशल्या का जन्म हुआ था।

श्रीराम को मानते हैं भांजा

छत्तीसगढ़ में माता कौशल्या का जन्म हुआ था। यहां के लोग माता कौशल्या को अपनी बहन और भगवान श्रीराम को अपना भांजा मानते हैं।

मामा करते हैं भांजे का चरण स्पर्श

छत्‍तीसगढ़ में भांजे को भगवान श्रीराम का स्वरूप मानकर आदर सत्कार करने की परंपरा हजारों साल से निभाई जा रही है।

एकमात्र माता कौशल्या का मंदिर

रायपुर के चंद्रखुरी गांव में माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है, जहां माता की गोद में बालक श्रीराम बैठे हैं। यह विश्व का एकमात्र माता कौशल्या का मंदिर है।

शेष नाग की शैय्या पर भगवान विष्णु

तालाब के बीचोबीच बने मंदिर के एक ओर शेषनाग की शैय्या पर विराजित भगवान विष्णु के चरण दबाते मां लक्ष्मी की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है।

पर्यटकों को लुभा रही समुद्र मंथन

समुद्र मंथन करते दानव और देवताओं द्वारा वासुकी नाग को मथनी (रस्सी) बनाकर मथते हुए की प्रतिमाएं श्रद्धालु, पर्यटकों को लुभा रही है।

वैद्य सुषेण की प्रतिमा

मंदिर परिसर में बने उद्यान में वैद्य सुषेण की प्रतिमा भी है। जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने ही भगवान श्रीराम के भ्राता लक्ष्मण को संजीवनी बूटी से पुनः स्वस्थ किया था।

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