इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज यानी 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है। ग्रहण के दौरान कुछ चीजों को करने की सख्त मनाही होती है।
चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा। इसके बाद इसका प्रभाव 29 अक्टूबर की सुबह 3 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, चंद्र ग्रहण का सूतक काल करीब 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे और पूजा नहीं की जाएगी।
सूतक लगने से लेकर ग्रहण खत्म होने तक गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इस समय भगवान का ध्यान करना शुभ माना जाता है।
मान्यताओं के मुताबिक, चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व भी होता है। इसकी वजह से ही चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण है कि चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है। पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर घूमता है। एक समय ऐसा भी आता है, जब सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है।
ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों को करना शुभ माना जाता है। वहीं, कुछ कार्य न करने की सलाह भी दी जाती है। ग्रहण के समय आप गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद नहाना अच्छा माना जाता है। ऐसा करने से नकारात्मकता दूर हो जाती है।