नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा से मिलते हैं ये फल


By Prakhar Pandey29, Mar 2023 10:50 AMnaidunia.com

मां सिद्धिदात्री

नवरात्रि के नौंवे और अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती हैं। आइए जानते हैं मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और ये महत्वपूर्ण बातें।

नवरात्रि का नौवां दिन

नवरात्रि के नौंवे दिन नवमी तिथि पर आज मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों के सभी कार्य सिद्ध होते है और मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।

स्वरूप

मां अपने इस स्वरूप में कमल पर विराजमान हैं और शेर की सवार करती हैं, मां सिद्धिदात्री ने अपने दाहिने एक हाथ में गदा, दूसरे हाथ में चक्र और पहले बाएं हाथ में शंख और दूसरे हाथ में कमल ली हुई हैं।

महत्व

नवमी के ही के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने के बाद हवन भी किया जाता हैं। कहा जाता हैं कि मां के पूरे विधि विधान से पूजन करने से भक्त को सभी सिद्धियां भी प्राप्त होती हैं।

पूजा विधि

नवरात्रि के अंतिम दिन हवन मां की पूजा के बाद हवन किया जाता हैं। हवन करते समय 108 बार ‘ऊँ ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः नम:’ जप कर हवन में आहुति करें। हवन के समय सभी देवी-देवताओं के नाम से आहुति दे

भोग

मां सिद्धिदात्री को पूड़ी, हलवा, चना, खीर, मौसमी का फल, नारियल का भोग लगाएं। धार्मिक शास्त्रों में लिखा हैं कि मां को यह भोग काफी प्रिय होता हैं।

फल

हिमाचल नंदपर्वत पर विराजने वाली मां सिद्धिदात्री को अणिमा, वशित्व, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और महिमा की सिद्धियां प्राप्त हैं। इनकी पूजा से भक्त ये सभी सिद्धियां हासिल करता हैं।

कथा

कहा जाता हैं कि शिव जी ने भी मां सिद्धिदात्री की पूजा से उनकी सभी सिद्धियों को हासिल किया था। जिसके चलते उनका आधा शरीर देवी को हुआ था और उन्हें अर्द्धनारीश्वर के नाम से भी जाना जाने लगा था।

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