माघ मास में स्नान, दान और ध्यान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसी कारण प्रयागराज में माघ मेला का आरंभ होता है। मान्यता है कि माघ मास में किए गए कार्यों का फल कई जन्मों तक मिलता है।
माघ माह में हर रोज गीता का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही हमारे अंदर मौजूद नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती है।
माघ मास में नहाने के पानी में तिल डालना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। माघ मास में तिल का विशेष महत्व है। इसलिए नियमित रूप से भगवान विष्णु को तिल अर्पित करें।
माघ मास में रोजाना तुलसी के पौधे को जल चढ़ाएं। साथ ही शाम के समय पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। इससे मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
माघ मास में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो घर में ही नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल डालकर स्नान कर लें। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।