24 फरवरी के दिन माघ माह की पूर्णिमा मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि पर किए गए दान-पुण्य से इंसान को कई गुना अधिक लाभ मिलता है। आइए जानते है माघ पूर्णिमा पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि पूर्ण रुप से जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है। पूर्णिमा का पर्व हर महीने मनाया जाता है।
पूर्णिमा के पर्व पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। इस दिन की गई पूजा और स्नान दान से 32 गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है।
23 फरवरी को दोपहर 03.33 मिनट से अगले दिन 24 फरवरी को शाम 05:59 मिनट पर तिथि का समापन होगा। उदया तिथि अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, माघ पूर्णिमा 24 फरवरी को है।
ॐ नमोः नारायणाय।।, ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय।।, ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।।
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्, विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।, लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्, वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्।।
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।, मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः।। इस मंत्र के जाप से विष्णु जी की कृपा प्राप्त होती है।
1. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः।।, 2. श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद।, ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:।।, 3. ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ।।
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