PM मोदी ने भाषण में जिन मंदिरों का जिक्र किया, जानें कैसा है उनका वैभव


By Sandeep Chourey2022-10-12, 13:31 ISTnaidunia.com

इन मंदिरों का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के दौरान इन मंदिरों के वैभव का भी जिक्र किया, जिनका सनातन धर्म में काफी महत्व है।

कोर्णाक का सूर्य मंदिर

कोणार्क का सूर्य मंदिर हिंदू देवता सूर्य को समर्पित है और 12 पहियों के साथ एक विशाल पत्थर के रथ के रूप में कल्पना की गई।

कैलाश मंदिर, एलोरा

कैलाश मंदिर राष्ट्रकूट वंश द्वारा भगवान शिव के मंदिर के रूप में बनाया गया था। कैलाश मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा की गुफाओं के बीच स्थित है।

सूर्य मंदिर, मोढेरा

मोढेरा स्थित सूर्य मंदिर गुजरात के मेहसाना जिले में पुष्पावती नदी के किनारे स्थित है। यह सूर्य मंदिर शिल्प कला का बेजोड़ उदाहरण है।

ब्रह्मदेवेश्वर मंदिर, तंजौर

इस मंदिर का निर्माण राजा राजराज चोल ने कराया था। इस मंदिर में गर्भगृह के ऊपर बड़ी मीनार है, जो 216 फुट ऊंची है। मंदिर में नंदी की विशालकाय प्रतिमा है।

वरदराजा पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम

वरदराज पेरुमल मंदिर तमिलनाडु में है। इस हिंदू मंदिर में भगवान विष्णु के 108 मंदिर है, जहां 12 आलवार संतों ने तीर्थ करा था।

रामनाथ स्वामी मंदिर, रामेश्वरम

रामेश्वरम मंदिर का गलियारा विश्व का सबसे लंबा गलियारा है। मंदिर के प्रवेश द्वार का गोपुरम ही करीब 38.4 मीटर ऊंचा है।

चेन्नाकेशव मंदिर, वेल्लोर

इस मंदिर का निर्माण राजा विष्णुवर्धन ने 1117 ई. में किया था। इस मंदिर पर कई बार मुस्लिम आक्रमण हुए। यह मंदिर 178 फुट लंबा और 156 फीट चौड़ा है।

मीनाक्षी मंदिर, मदुरै

मीनाक्षी अम्मन मंदिर को सुंदरेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। भारत के सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है।

रामप्पा मंदिर, तेलंगाना

तेलंगाना में स्थित रामप्पा मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1213 ईस्वी में काकतीय शासक गणपति देव के शासनकाल में हुआ था।

श्रीनगर का शंकराचार्य मंदिर

शंकराचार्य मंदिर कश्मीर के शंकराचार्य पर्वत या गोपाद्री पर्वत पर स्थित है। आदि शंकराचार्य ने भी मंदिर का दौरा किया।

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