भगवान शिव को बिल्बपत्र, धतूरा, भांग और पुष्प के साथ शमी पत्र भी बहुत प्रिय है। इसे चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
महाशिवरात्रि पर पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके शिवलिंग पर गंगा जल, चंदन, चावल को मिलाकर अर्पित करें, इसके बाद शमी पत्र चढ़ाएं।
शिवलिंग पर शमी पत्र अर्पित करने के दौरान अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च। दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।। का जाप करें।
शमी का वृक्ष घर में उत्तर दिशा या ईशान कोण में लगाने का बड़ा महत्व है, प्रतिदिन शमी वृक्ष का पूजन करने से शनि के दोष दूर होते हैं।
दशहरे पर शमी वृक्ष का पूजन होता है, मान्यता है कि लंका में विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम ने इसका पूजन किया था।