घर जीवन में एक बार ही बनवाया जाता हैं, ऐसे में जरूरी हैं कि आप घर बनवाते समय वास्तु का खास ख्याल रखें। जाने कहां होना चाहिए घर का मुख्य द्वार।
घर में प्रवेश द्वार को लेकर वास्तु शास्त्र का काफी महत्व हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर का मेन डोर सहीं दिशा में न हो तो उससे नेगेटिव एनर्जी आती हैं।
वास्तु की माने तो घर में मुख्य द्वार बनवाने की सबसे सही दिशा उत्तर, पूर्व, पश्चिम, उत्तर-पूर्व दिशा हैं। इस घर में मेन डोर होना शुभ माना जाता हैं और इससे घर में सकारात्मक्ता आती हैं।
ध्यान रखें कि घर का मुख्य द्वार दक्षिण-पूर्व दिशा,उत्तर-पश्चिम दिशा, दक्षिण दिशा और दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए।
अगर घर में किसी मजबूरी के चलते आपको दक्षिण दिशा में मुख्य द्वार खुलवाना पड़ जाए तो घर के बाहर एर बगीचा जरूर बनवा दें।
कभी भी घर के मुख्य एंट्री में एक ही लाइन में दरवाजे न लगवाएं। ऐसा करना बड़ा वास्तु दोष माना जाता हैं। घर में 3 दरवाजे होना, घर की खुशियों को प्रभावित करता हैं।
कभी भी मुख्य द्वार अगर किसी परिस्थिति में क्षतिग्रस्त हो जाए तो उसे तुरंत बदलवाना चाहिए अन्यथा धन हानि होती हैं और घर में नेगेटिव एनर्जी भी आती हैं।
मेन डोर हमेशा और दरवाजों से बड़ा होना चाहिए और लकड़ी से बना होना चाहिए। अपने घर के मेन गेट को वास्तु के अनुसार पेंट करें।