ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से प्रत्येक मनुष्य के ऊपर नौ ग्रहों की महादशा और अंतर्दशा समय समय पर आती है। इन दशाओं में नेगेटिव और पॉजिटिव दोनों रिजल्ट मिलती है।
यदि आपकी कुंडली में ग्रह शुभ स्थिति में है तो उसका असर मनुष्य के ऊपर देखने को मिलता है। साथ ही अच्छे फल की पूर्ति भी होती है।
यहां हम आपको मंगल ग्रह के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। जिनकी महादशा 7 सालों तक चलती है। ज्योतिष में मंगल को साहस, पराक्रम, शौर्य का कारक माना जाता है।
किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह शुभ स्थिति में विराजमान हैं तो उसका मतलब वह व्यक्ति निडर और साहसी होता है।
ऐसे व्यक्ति को सेना में अपना करियर बनाना चाहिए। साथ ही मंगल ग्रह लग्न में स्थित हैं तो व्यक्ति को समाज में मान सम्मान मिलने लगता है।
मंगल की महादशा अच्छी चल रही है तो उसको अच्छा फल मिलता है। साथ ही उस व्यक्ति को प्रॉपर्टी का सुख प्राप्त होता है। वहीं पैतृक संपत्ति से लाभ मिलता है।
यदि आपके जीवन कुंडली में मंगल की स्थिति अशुभ है तो जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही दांपत्य जीवन डिस्टर्ब रहता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।