हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में आम के पत्ते के उपयोग का खास महत्व होता है। आइए जानते है आम के पत्तों के उपायों के बारे में।
हवन-पूजन के लिए आम की पत्तियों का उपयोग वैदिक काल से होता है। आम के पत्तों के अलावा इसकी लकड़ियों का भी उपयोग किया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आम के पत्तों और लकड़ियों के बगैर पूजा-पाठ और वैदिक कथा और अनुष्ठान को पूरा नहीं माना जाता है।
आम के पत्तों को मंगल का कारक माना जाता है। इसलिए आम के पत्तों का उपयोग सभी मांगलिक कार्य और शुभ कार्यों में किया जाता है।
घर-परिवार से वास्तु दोष को दूर करने और कर्ज से छुटकारा दिलाने में भी आम के पत्तों का उपयोग किया जाता है। आम और अशोक के पत्तों का वंदनवार घर में लगाने से धन की कमी दूर होती है।
आम के पत्ते के धार्मिक उपायों से जीवन में चल रही सभी समस्याओं भी दूर होती है। पूजा-पाठ के दौरान, आम के पत्तों का प्रयोग करने से जातक के सोया भाग्य जाग जाता है।
गरीबी और आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए 11 आम के पत्तों को कच्चे सूत में बांधकर शहद में डूबों देना चाहिए। इसके बाद इस उपाय को शिव जी के शिवलिंग और अशोक सुंदरी पर चढ़ा देना चाहिए। घर में खुशहाली आएगी।
घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण या बंदनवार लगाने से नकारात्मकता दूर होती है। घर में बुरी नजर होने पर हवन कराने से भी नकारात्मक शक्तियां दूर होती है।