कहते हैं कि जब सुबह की शुरुआत अच्छी हो जाए तो पूरा दिन अच्छा जाता है। व्यक्ति के द्वारा किया गया कर्म ही उसके जीवन को निर्धारित करता है।
ऐसा कहा जाता है कि दिन की शुरुआत देवी देवताओं के स्थान से करना चाहिए। इसके साथ ही स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
ऐसी मान्यता है कि सुबह उठकर दोनों हाथों को जोड़कर अपनी हथेली को देखते हुए एक मंत्र बोलना चाहिए। ऐसा करने से पूरा दिन अच्छा जाता है।
कहते हैं कि ऐसा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं। आइए उस मंत्र के बारे में जानते हैं।
शास्त्रों के मुताबिक यह बताया गया है कि सुबह सबसे पहले उठकर अपनी हथेलियों को एक साथ जोड़कर उसके दर्शन करें। इसके साथ ही एक मंत्र उच्चारण करें।
शास्त्रों के मुताबिक यह बताया गया है कि सुबह सबसे पहले उठकर अपनी हथेलियों को एक साथ जोड़कर उसके दर्शन करें। इसके साथ ही एक मंत्र उच्चारण करें।
कराग्रे वसती लक्ष्मी, कर मध्य सरस्वती, करमुले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम। ये मंत्र आचार प्रदीप नामक ग्रंथ से लिया गया है।
इस मंत्र का अर्थ है हथेलियों की अग्रभाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में मां सरस्वती और मूल भाग में भगवान विष्णु का स्थान होता है।
इस मंत्र के जाप से धन की देवी लक्ष्मी, ज्ञान की देवी सरस्वती और जग के पालनहार भगवान विष्णु की कृपा आपके ऊपर पड़ती है।