दाम्पत्य जीवन में इन वजह से होती है कलह


By Sahil11, Jul 2023 05:15 PMnaidunia.com

ज्योतिष शास्त्र

ज्योतिष शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई बातों के बारे में बताया जाता है। इतना ही नहीं, दांपत्य जीवन में चल रहे कलह के पीछे भी ज्योतिष की कुछ बाते होती हैं।

कुंडली में शनि

अगर लड़के या लड़की की पत्री में सप्तम भाव में शनि होता है या फिर गोचर कर रहा है। ऐसे में कलह होने की संभावना बन जाती है।

ग्रहों की स्थिति

अगर आपकी पत्री पर किसी पाप ग्रह की सप्तम या अष्टम भाव पर दृष्टि है या फिर राहु, केतु अथवा सूर्य की वहां मौजूदगी है तो घर में कलह हो सकती है।

शनि की साढ़े साती

शनि की साढ़े साती चाल की वजह से भी पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है। इसलिए शनि ग्रह की इस दिशा को मुश्किलें पैदा करने वाली माना जाता है।

ब्रह्म स्थान

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, अगर आपके घर में ब्रह्म स्थान यानी घर का मध्य भाग खुला नहीं है और इसकी ऊंचाई भी कम है। इसकी वजह से भी पति-पत्नी के रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है।

गर्भवती महिला की सोने की दिशा

वास्तु में कहा गया है कि गर्भवती महिला का दक्षिण-पूर्व दिशा में सोना अच्छा नहीं माना जाता है। इसकी वजह से दाम्पत्य जीवन में कलह भी हो सकती है।

बेड को गलत जगह रखना

घर में बाहर से आने वाले लोगों की नजर सीधे आपके बेड पर नहीं पड़नी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो दाम्पत्य जीवन में कलह होने की संभावना बढ़ जाती है।

दर्पण

नवविवाहित पति-पत्नी के कमरे में दर्पण का होना सही नहीं माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दंपत्ति का जिस हिस्सा दर्पण में दिखता है वह पीड़ित भी हो सकता है।

धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ

सावन में क्यों नहीं होती शादियां?