सनातन धर्म में शुक्ल पक्ष की अष्टमी जगत जननी मां दुर्गा को समर्पित है। इस दिन मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। इस तिथि पर मां दुर्गा की पूजा उपासना की जाती है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से भक्तों की सारी मुरादें पूरी हो जाती है। इस वर्ष 18 जनवरी को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है।
इस व्रत को करने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है। ज्योतिषों के हिसाब से इस दुर्गाष्टमी पर दुर्लभ सिद्ध योग समेत कुल 6 योगों का निर्माण हो रहा है।
इस दिन व्रत रखने वाले लोगों को कई गुना फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में इनके बारे में जानना जरूरी है कि ये योग कब और कैसे लाभ देंगे।
ज्योतिष के हिसाब से इस दिन दुर्लभ सिद्धि योग का निर्माण होने जा रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक है। इसके पश्चात साध्य योग का निर्माण होगा।
ज्योतिष के हिसाब से इस दिन दुर्लभ सिद्धि योग का निर्माण होने जा रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक है। इसके पश्चात साध्य योग का निर्माण होगा।
बता दें कि साध्य योग दिनभर रहेगा। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी होने जा रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 7 बजकर 15 मिनट से लेकर देर रात 2 बजकर 58 मिनट तक होगा।
मासिक दुर्गाष्टमी पर बव और बालव दोनों करण का निर्माण होने जा रहा है। यह सुबह 9 बजकर 23 मिनट से होकर रात 8 बजकर 44 मिनट तक है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।