Matsya Mandir: इस मंदिर में रखी है व्हेल मछली की अस्थियां, जानें क्यों है खास


By Sandeep Chourey23, Nov 2022 12:48 PMnaidunia.com

भारत में मछली की भी पूजा

दुनियाभर में भारतीय संस्कृति आध्यात्मिकता के लिए जानी जाती है। देश में गौमाता, नागदेवता के साथ मछली को भी पूजा जाता है।

यहां है मछली मंदिर

मछली मंदिर गुजरात में वलसाड तहसील के मगोड डूंगरी गांव में स्थित है। इस मंदिर में व्हेल मछली की अस्थियों की पूजा की जाती है।

मत्स्य माता मंदिर का इतिहास

इस मंदिर को मत्स्य माताजी के नाम से जाना जाता है। करीब 300 वर्ष पहले डूंगरी गांव में रहने वाले प्रभु टंडेल नामक व्यक्ति को स्वप्न आया था।

सपने में ये देखा था

स्वप्न में टंडेल ने देखा कि समुद्र किनारे एक व्हेल मछली मृत पड़ी है। जब उसने सुबह जाकर देखा तो वास्तव में एक मृत व्हेल मछली समुद्र किनारे पड़ी हुई थी।

व्हेल मछली का मंदिर

बनाया यह एक विशाल आकार की मछली थी, जिसे देखकर ग्रामीण चौंक उठे थे। तब लोगों ने डूंगरी गांव 'मत्स्य माता का मंदिर' बनवाया।

समुद्र में जाने से पहले करते हैं पूजा

यहां मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने के पूर्व इस मत्स्य मंदिर में पूजा करते हैं, ताकि समुद्र में किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा न आए।

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