भारत का पहला सुपरसोनिक विमान MIG-21 आज रिटायर हो गया। सन 1965 से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक जंग के मैदान में भारत को जीत दिलाने में और दुश्मनों का दिल दहलाने में मिग-21 का बड़ा योगदान रहा है।
पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) की आजादी में मिग-21 ने अहम भूमिका निभाई। इसने पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
रात में उड़ान भरकर दुश्मन के साधारण जीपीएस के सहारे हमले किए।
मिग-21 बाइसन ने एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया। ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान ने यह कारनामा किया था।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गया ऑपरेशन सिंदूर मिग- 21 का आखिरी बड़ा अभियान है।
मिग-21 की अधिकतम गति लगभग 2,200 किलोमीटर प्रति घंटा (Mach 2.05) है।
यह 17,500 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
हवा से हवा में मार करने वाली और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें लगाई जाती थीं।
विमान का डिज़ाइन छोटा पर शक्तिशाली था, जो तेज हमलों व हवाई युद्ध के लिए आदर्श माना गया।