सनातन धर्म में एकादशी का महत्व काफी ज्यादा होता है। मोक्षदा एकादशी को भी बेहद ही शुभ माना गया है। इस दिन नियम से पूजा करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
शास्त्रों के मुताबिक इस दिन कुछ विशेष मंत्रों के जाप से अच्छे फल मिलते हैं। साथ ही भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और खुशियों से झोली भर देते हैं।
पंचांग के मुताबिक मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी के नाम से जानते हैं। इस बार 22 दिसंबर को यह पड़ने वाली है।
इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है और उनकी नियम से पूजा की जाती है। 22 दिसंबर को सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर यह शुरू हो रही है।
वहीं, इस तिथि को इसका समापन अगले दिन 23 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर हो जाएगा। आइए इसके कुछ मंत्रों के बारे में जानते हैं।
वहीं, इस तिथि को इसका समापन अगले दिन 23 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर हो जाएगा। आइए इसके कुछ मंत्रों के बारे में जानते हैं।
' ॐ नमोः नारायणाय. ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय', इस मंत्र के जाप से आप धन धान्य से युक्त हो जाएंगे। यह काफी शक्तिशाली मंत्र माना जाता है।
'शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम, विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम। लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म, वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकैकनाथम।' इस मंत्र का जाप आपके लिए शुभ साबित हो सकता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।