सामुद्रिक शास्त्र में शरीर पर तिल होने का खास महत्व बताया गया है। हालांकि, हर अंग के तिल का अर्थ भी अलग ही निकलता है।
शरीर के कुछ हिस्सों पर मौजूद तिल व्यक्ति को बेहद भाग्यशाली बना देते हैं। वहीं, कुछ अंगों पर तिल का होना अशुभ माना जाता है।
सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक, अगर माथे पर बाएं तरफ तिल है तो यह अशुभ होता है। इस तरह के व्यक्ति को भाग्यशाली भी नहीं माना जाता है।
ऐसा भी कहा जाता है कि इस तरह का व्यक्ति स्वार्थी होता है। इतना ही नहीं, स्वार्थ की भावना के चलते इन्हें समाज में अपमान भी झेलना पड़ता है।
यदि किसी व्यक्ति के होंठ पर तिल है तो उसे हमेशा स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों को सेहत के प्रति सचेत रहने की जरूरत होती है।
सामुद्रिक शास्त्र में उल्लेख है कि किसी व्यक्ति की पीठ पर कंधे के नीचे तिल है तो ये भी अशुभ है। इस जगह तिल होने वालों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसे लोगों का जीवन में तरक्की के लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ता है। सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक, ऐसे इंसान आलसी भी होते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, भौंह पर बाई तरफ तिल होना भी अशुभ होता है। मान्यता है कि ऐसे लोगों को कारोबार और नौकरी में परेशानी उठानी पड़ती है।