मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की गजक की देश के साथ विदेश में डिमांड है। गजक के अनूठे स्वाद के कारण हर कोई इसका दीवाना है।
अब मुरैना की प्रसिद्ध गजक को ज्योग्राफिकल इंडिकेशन टैग मिल गया है। आइए जानते हैं गजक खाने से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं।
गजक को बनाने के लिए तिल, मूंगफली और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से शरीर को एनर्जी मिलती है।
गजक में मौजूद तिल में सेसमोलिन पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने में मदद करता है।
गजक को बनाने में गुड़ और तिल का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो दांतों और हड्डियं को मजबूती प्रदान करता है।
गजक में फाइबर पाया जाता है, जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। साथ ही कब्ज और पेट फूलसा जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
गजक में गुड़ और तिल पाया जाता है। दोनों की तासीर गर्म होती है। ये शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है।
सबसे पहले तिल को घी में भूना जाता है। इसके बाद दरदरा पीसा जाता है। पीसने के बाद फिर घी में भूनकर ड्राई फ्रूट्स मिलाए जाते हैं।
इसमें भरपूर मात्रा में काजू और पिस्ता का उपयोग किया जाता है। इसे साबुत तिली से बनाया जाता है।
गजक हलवा में तिल कम ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल ज्यादा होता है। यह गाजर के हलवे की तरह होती है।