हिंदू धर्म में ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप ज्यादातर लोग बचपन में ही सीख लेते है। इसकी वजह इसकी सरलता है। आइए जानते है इस चमत्कारी मंत्र से होने वाले फायदों के बारे में।
भोले बाबा अजर, अमर अविनाशी है। भगवान शिव को प्रसन्न करना जितना आसान है, उतने ही जल्दी वो गलत होता देखकर क्रोधित भी हो जाते है। ॐ नमः शिवाय मंत्र के जाप से भगवान शिव को स्मरण करना चाहिए।
नम: शिवाय मंत्र पंच तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। इसी से सारा संसार बना है और विनाश के समय ये उसी में समा जाता है।
न का अर्थ है पृथ्वी, म: का मतलब पानी, शि का अर्थ अग्नि, वा का प्राणवायु और य शब्द आकाश को दर्शाता है। मान्यताओं के मुताबिक, ॐ शब्द की उत्पत्ति शिव जी के मुख से हुई है।
ॐ नमः शिवाय महामंत्र स्कन्दपुराण के अनुसार मोक्ष प्रदाता हैं। यह पापों का नाश करताहै और जपने वाले को लौकिक, परलौकिक सुख देने वाला भी माना जाता है।
इस मंत्र का जाप करने वाले जातक से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते है। साथ ही, अपने भक्त की सभी मनोकामनाओं को भी पूर्ण करते हैं।
ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप आप मंदिर, तीर्थस्थल या किसी शांत और स्वच्छ जगह पर भी बैठकर कर सकते है। इस मंत्र का जाप रुद्राक्ष की एक माला तो करना ही चाहिए।
108 बार नियमित रूप से इसका जाप करना लाभदायक माना गया है। इस मंत्र के उच्चारण से सभी इंद्रियां जाग उठती है। इसे पूर्व या उत्तर की दिशा में मुख करके जपना चाहिए।