अपने घर में सकारात्मकता और तरक्की के लिए कई लोग वास्तु पर विश्वास रखते हैं, लेकिन कई लोग वास्तु की कुछ गलत धारणाओं को भी सच मान लेते हैं।
कई लोगों को लगता है कि वास्तु में धर्म-कर्म की तरह पूजा-पाठ आदि करवाने से लाभ मिलता है। जबकि वास्तव में वास्तु शास्त्र दिशाओं व उनकी एनर्जी के आधार पर काम करता है।
कई लोग ये भी सोचते हैं कि वास्तु का लाभ सिर्फ इंसानों को मिलता है, जबकि इसका लाभ कई जीव-जंतुओं को भी मिलता है।
लोगों का सोचना है कि दक्षिण मुखी मकान अच्छे नहीं होते। अगर दक्षिण मुखी मकान का रखरखाव में नियमों का पालन किया जाए तो घर में पॉजिटिविटी को बरकरार रहती है।
अलमारी को हमेशा दक्षिण की दिशा में रखना चाहिए ताकि उसका मुंह हमेशा उत्तर की दिशा में खुले। इससे कुबेर की कृपा बनी रहती है।
लोगों का मानना है कि वास्तु के अनुसार हर चीज को रखने की एक दिशा होती है। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है वास्तु में कई सारे ऑप्शन है।
कई लोग वास्तु के हिसाब से घर लेते हैं, और ऐसा माना जाता है कि 7 नंबर वाले घर सबके लिए लकी होते हैं।