एक निश्चित अंतराल पर ग्रहों के गोचर से शुभ और अशुभ योग बनते हैं, जो सभी राशियों को प्रभावित करते हैं।
300 साल बाद देवगुरु बृहस्पति, सूर्य और मंगल ने नवपंचम योग बनाया है। वर्तमान में मंगल मिथुन राशि और शनि कुंभ राशि में है।
शनि का उदय और मंगल का गोचर नवपंचम योग बना रहा है। दरअसल, मंगल ग्रह शनि से पंचम भाव में और मंगल से नवम भाव में शनिदेव विराजमान है।
तीन राशि के जातकों के लिए यह नवपंचम राजयोग लाभकारी सिद्ध होगा। आइए जानते हैं।
मेष राशि के जातकों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। व्यापार से जुड़े लोगों को बड़ा मुनाफा हो सकता है। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
कन्या राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। वेतन वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। जीवन में उथल-पुथम कम होगी।
नवपंचम राजयोग आपको मान-सम्मान और समृद्धि देगा। भाइयों के सहयोग से कोई बड़ा काम पूरा कर पाएंगे। धन का प्रवाह बढ़ेगा।