हर पूजा से पहले श्री गणेश की पूजा सर्वप्रथम की जाती है। आइए जानते है ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा मंत्र के जाप के लाभ के बारे में।
बुधवार के दिन शाम को 6 बजे से लेकर 8 बजे के बीच गणेश मंत्रों का जाप करने से जातक के जीवन की सभी इच्छाएं पूर्ण होते है।
गणेश जी के शक्तिशाली मंत्रों के जाप से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सिद्ध गणेश मंत्रों के विधि-विधान से जाप करने से बप्पा बेहद प्रसन्न होते है।
इच्छा पूर्ति के लिए गणेश जी की मूर्ति या प्रतिमा की तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाकर 1 हजार बार इस मंत्र का जाप करें।
अगर 1 हजार बार संभव न हो तो 108 बार ही ‘ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा’ मंत्र का उच्चारण करने से भगवान सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है।
ॐ अंतरिक्षाय स्वाहा मंत्र एक मनोकामना पूर्ति मंत्र है। इसके जाप से जातक के जीवन की तमाम परेशानियां और दुख दूर हो जाता है। साथ ही, मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।
अगर विधिपूर्वक सिर्फ इसी मंत्र का जाप नियमित रूप से किया जाएं तो सभी कार्य मंगल होते है। विघ्नहर्ता बप्पा अपने जातक के सभी कष्ट हर लेते है।
अगर आप हर रोज विधिवत पूजा के बाद श्री गणेश की आरती करते है तो गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हर पूजा की शुरुआत बप्पा की स्तुति से ही कह जाती है।
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