भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से दो ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश में स्थित है। आइए जानते हैं ऐसे ही एक मंदिर के बारे में जहां शिव-पार्वती रात में सोते हैं।
उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और नर्मदा नदी के किनारे पर ओमकार पर्वत पर ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। हिंदू धर्म में यह बेहद महत्वपूर्ण स्थान माना जाता हैं।
मान्यता के अनुसार ओंकारेश्वर शब्द का उच्चारण सबसे पहले ब्रह्मा के मुख से हुआ था। महाकालेश्वर के बाद ओंकारेश्वर राज्य में स्थित दूसरा ज्योतिर्लिंग है।
ओंकारेश्वर मंदिर विश्व प्रसिद्ध है और इसकी अलग अपनी मान्यता है। माना जाता हैं कि इस मंदिर में माता पार्वती और भगवान शिव विराजते हैं।
इस मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती रात के समय में विश्राम भी करते है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग काफी दूर से आते हैं।
इस मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती रात के समय में विश्राम भी करते है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग काफी दूर से आते हैं।
विश्राम के साथ इस मंदिर में मां-पार्वती और भगवान शिव चौसर भी खेलते हैं। इसी के चलते मंदिर में चौसर, पासे डालना और सेज भी सजाया जाता हैं।
नर्मदा नदी के बीच मन्धाता और शिवपुरी द्वीप पर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर की खास बात यह हैं कि इस द्वीप का आकार ओम की तरह दिखता है। साथ ही मंदिर में स्थापित लिंग एक प्राकृतिक शिवलिंग हैं।