कुंडली में नौ ग्रहों का बेहद महत्व होता है। इन ग्रहों के प्रभाव से जातक पर शुभ और अशुभ असर पड़ता है। आइए जानते है किस मंत्र के जाप से आप सभी 9 ग्रहों के प्रभाव को दूर कर सकते है?
नौ ग्रहों के नाम कुछ इस प्रकार है पहला सूर्य, दूसरा चन्द्रमा, तीसरा बुध, चौथा शुक्र, पांचवा मंगल, छठा गुरु, सातवें शनि, आठवें राहु और नौवा केतु।
घर में बिना मतलब के क्लेश होने और बनते कामों का बिगड़ना, शत्रु द्वारा परेशान किए जाने और सेहत का साथ छोड़ देना आदि इस बात का इशारा करते है कि आपके नवग्रह दोष से ग्रसित है।
नवग्रहों के दोष को दूर करने के लिए उपाय करना जरूरी होता है। इन 9 ग्रहों को ठीक करने के लिए आप मंत्रों का जाप भी कर सकते है।
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि से खाली होकर सुखासन में बैठ जाएं। इसके बाद अपनी आंखों को बंद करके इस मंत्र का जाप करें।
नौ ग्रहों की दशा को ठीक करने के लिए ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु॥
इस मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार की नकारात्मकता का विनाश होता है। साधक को देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
इस मंत्र में हम भगवान ब्रह्मा,भगवान विष्णु और भगवान शिव से सभी ग्रहों की शांति के लिए प्रार्थना करते है। ऐसा करने से ग्रहों पर शुभ प्रभाव पड़ता है।
अगर आपको ग्रहों के बुरे प्रभावों से जुड़ी यह स्टोरी पसंद आई तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com