आयुर्वेद के अनुसार पत्थरचट्टा के हरे-हरे पत्ते कई बीमारियों का रामबाण इलाज हैं। जिसमें से एक किडनी में जमी पथरी को भी माना जाता है।
इसका इस्तेमाल घाव को भरने, सूजन को कम करने और दर्द के इलाज के लिए भी किया जाता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किडनी की पथरी में पत्थरचट्टा के पत्ते किस प्रकार लाभकारी हैं।
यदि आप रोज सुबह खाली पेट पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन करते है तो यह पत्ते पेशाब के जरिए आपकी किडनी की पथरी को निकाल सकते हैं।
पत्थरचट्टा पाचन करने भी लाभदायक होता है, इससे आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और खाना आसानी से पच जाता है और आपको अपच और गैस की समस्या भी नहीं होती।
इतना ही नहीं यदि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है और आप बार-बार बीमार पड़ जाते हैं तो पत्थरचट्टे के पत्ते का सेवन करने आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और आप बार-बार बीमार भी नहीं होंगे।
पत्थरचट्टे के पत्तों का सेवन आप फेस पैक बनाकर भी कर सकते हैं यदि आपको चेहरे पर मुंहासे और दाने होते हैं तो आप इसके पत्तों को पीसकर अपने चेहरे पर लगाए आपका मुंहासे एकदम साफ हो जाएंगे।
पत्थरचट्टे के पत्ते पीलिया में भी लाभकारी यदि किसी को पीलिया हो जाए और वह व्यक्ति पत्थरचट्टे के पत्ते का खाली पेट सेवन करे तो यह उसके लिए बेहद लाभकारी होगा।
यदि आप पत्थरचट्टे के पत्ते का सेवन नहीं करना चाहते तो आप इसके 5-6 पत्ते को रस निकालकर भी इसका सेवन कर सकते है। इससे भी आपको भरपूर लाभ मिलेगा।
पथरी को पेशाब के रास्ते बाहर निकाल देता है यह पत्ता। लाइफस्टाइल से जुड़ी इसी तरह की खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com