पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत रखा जाता है।
एकादशी तिथि 1 जनवरी को शाम 07:11 बजे प्रारंभ होगी और 2 जनवरी को रात्रि 08:23 बजे तक रहेगी।
सुबह जल्दी उठें। स्नान के बाद पति-पत्नी एक साथ भगवान श्री कृष्ण की उपासना करें। बाल गोपाल को लाल, पीले फूल, तुलसी दल और पंचामृत अर्पित करें।
पति-पत्नी संतान गोपाल मंत्र का जाप करें।
मंत्र का जाप करने और पूजा खत्म होने के बाद प्रसाद ग्रहण करें।
जरूरतमंदों को दान दक्षिणा दें और भोजन कराएं।