कुछ जगहों पर शांत रहना समझदारी का गुण माना जाता है। वहीं, कुछ जगहों पर चुप रहना कायरता कहलाती है।
आज हम इस लेख में जानेंगे किन जगहों पर इंसान को चुप नहीं रहना चाहिए। वहां पर चुप रहना कायरता कहलाती है।
अगर कहीं अन्याय हो रहा है और उसे देखते हुए कोई आवाज खुलकर नहीं उठा रहे हैं, तो ऐसे लोग कायरता की श्रेणी आते हैं।
अगर कोई व्यक्ति गलत काम को देखते हुए उसके खिलाफ आवाज न उठाएं। तो ऐसे लोगों को कायरता की श्रेणी में रखा जाता है।
यदि कोई व्यक्ति आपका अपमान करे या आपके अधिकारों का उल्लंघन करे और आप प्रतिक्रिया न दें। खुद के लिए खड़ा होना साहसी व्यक्ति की पहचान होती है।
जब कोई व्यक्ति आपके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाता है और आप इसे सहन कर लेते हैं। अपने आत्मसम्मान की रक्षा करना साहसी व्यक्ति की पहचान होती है।
जब किसी को आपकी मदद की जरूरत हो और आप वहां चुप रहे, तो कायरता की श्रेणी में आता है।
सच का समर्थन न करना या झूठ का साथ देना भी कायरता माना जाता है। इसलिए हमेशा सच का साथ दें।
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