पिस्ता के गुण में ल्यूटिन और जैक्सैंथिन जैसे कैरोटीनाइड शामिल है, जो रेटिना के लिए लाभकारी है।
पिस्ता को खाने से कैलोरी की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे वजन को बढ़ने से रोका जा सकता है।
पिस्ता टाइप-2 मधुमेह के रोगियों में रक्त शर्करा और इंसुलिन प्रतिरोध पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
पिस्ता में फ्लेवोनाइड होता है, जो याददाश्त को बेहतर कर सकता है।
पिस्ता केमो प्रिंवेंटिव गुणों से समृद्ध होता है। इस प्रभाव के कारण यह कैंसर सेल को पनपने से रोकने में मदद करता है।
पिस्ता के सेवन से शरीर में आयरन की पर्याप्त मात्रा पहुंचती है। इससे हीमोग्लोबिन बढ़ सकता है।