तुलसी की पूजा करने का हिंदू धर्म में बेहद खास महत्व बताया गया हैं। आइए जानते हैं पितृपक्ष में तुलसी का उपाय करने से कैसे पिंडदान का ज्यादा पुण्य मिलेगा?
पितृ पक्ष का महीना पितरों को समर्पित होता है। इस दौरान तुलसी की पूजा करने से पितर के वंशजों को कई लाभ मिलते हैं।
पितृ पक्ष के महीने में तुलसी के गमले के पास 1 कटोरी रख दें। इसके बाद हथेली से गंगाजल धीरे-धीरे कटोरी में डालें।
तुलसी के गमले के सामने में रखी कटोरी में गंगाजल डालते हुए अपने पितरों का आदर के साथ 5 से 7 बार नाम लें। अंत में इस जल का पूरे घर में छिड़काव करें और बचा हुआ जल तुलसी में डाल दें।
घर से नकारात्मकता को दूर करने के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। पितृ पक्ष के महीने में किया गया यह उपाय बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।
रविवार और एकादशी के दिन गंगाजल का छिड़काव नहीं करना है। क्योंकि इस दिन तुलसी में जल नहीं दिया जाता हैं।
पितृ पक्ष के समय तुलसी का नियमित पूजन करें और उसमें जल चढ़ाएं। साथ ही, पूजा के दौरान मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
तुलसी की पूजा करते हुए ‘देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।’ का जाप करें।